शीघ्रपतन

शीघ्रपतन : कारण, लक्षण, और समाधान

पुरुषों में एक आम यौन समस्या है, जिसमें स्खलन (ejaculation) यौन संबंधों के दौरान सामान्य से पहले हो जाता है, जिससे यौन संतुष्टि कम हो जाती है। यह स्थिति यौन जीवन को प्रभावित कर सकती है और कई बार मानसिक और भावनात्मक तनाव का कारण बन सकती है। शीघ्रपतन एक अस्थायी स्थिति हो सकती है, लेकिन जब यह बार-बार हो, तो इसे एक यौन विकार के रूप में देखा जाता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि शीघ्रपतन क्या है, इसके कारण, लक्षण, और इसे सुधारने के तरीके क्या हैं।

Shigrpatan
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शीघ्रपतन क्या है?

तब होता है जब पुरुष बहुत जल्दी स्खलित हो जाता है, और यह साथी की या खुद की यौन संतुष्टि से पहले हो सकता है। इसे इस प्रकार परिभाषित किया जा सकता है:

  • स्खलन एक मिनट या उससे कम समय में योनि में प्रवेश के बाद होता है।
  • यौन उत्तेजना के दौरान पुरुष स्खलन पर नियंत्रण नहीं रख पाता।
  • यह स्थिति लगातार होती है और यौन संबंधों के दौरान हर बार अनुभव की जाती है।
  • इससे यौन संबंधों में असंतोष और तनाव पैदा होता है।

प्रकार

शीघ्रपतन को दो मुख्य प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है:

  1. आजीवन शीघ्रपतन (Lifelong Premature Ejaculation): इस प्रकार के शीघ्रपतन का अनुभव पुरुष को उसकी पहली यौन गतिविधि से ही होता है। यह स्थिति समय के साथ नहीं बदलती और बिना उपचार के जीवनभर बनी रह सकती है।
  2. अर्जित शीघ्रपतन (Acquired Premature Ejaculation): इस प्रकार का शीघ्रपतन जीवन के किसी भी चरण में विकसित हो सकता है। यह अक्सर मानसिक तनाव, शारीरिक समस्याओं या रिश्तों में कठिनाई के कारण उत्पन्न होता है।

शीघ्रपतन के कारण

कई संभावित कारण हो सकते हैं, जो शारीरिक, मानसिक, और भावनात्मक कारकों से जुड़े होते हैं:

1. शारीरिक कारण (Physical Causes):

  • हार्मोनल असंतुलन: हार्मोन जैसे टेस्टोस्टेरोन का असंतुलन शीघ्रपतन का कारण बन सकता है।
  • न्यूरोलॉजिकल समस्याएं: मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम में कुछ समस्याएं भी शीघ्रपतन का कारण बन सकती हैं।
  • प्रोस्टेट या थायरॉयड ग्रंथि की समस्याएं: ये ग्रंथियां यौन क्रियाओं पर प्रभाव डालती हैं, और इनसे जुड़े विकार शीघ्रपतन को जन्म दे सकते हैं।
  • यौन अंगों की असंवेदनशीलता: कुछ पुरुषों में यौन अंगों की अत्यधिक संवेदनशीलता होती है, जिससे वे स्खलन को नियंत्रित नहीं कर पाते।

2. मानसिक कारण (Psychological Causes):

  • तनाव और चिंता: मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन शीघ्रपतन के प्रमुख कारणों में से एक हैं। यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब पुरुष को यौन प्रदर्शन में विफलता का डर सताता है।
  • अतीत का यौन अनुभव: जिन पुरुषों को अतीत में असफल या खराब यौन अनुभव हुए हों, वे शीघ्रपतन का अनुभव कर सकते हैं।
  • रिश्तों की समस्याएं: पति-पत्नी के बीच के रिश्तों में तनाव या असंतोष भी शीघ्रपतन का कारण बन सकता है।

3. भावनात्मक कारण (Emotional Causes):

  • यौन प्रदर्शन की चिंता: कई पुरुषों को यह चिंता रहती है कि वे अपने साथी को यौन रूप से संतुष्ट नहीं कर पाएंगे, जिससे शीघ्रपतन हो सकता है।
  • अपरिपक्वता: यौन जीवन में कम अनुभव होने की वजह से कई बार पुरुष स्खलन पर नियंत्रण नहीं रख पाते, जिससे शीघ्रपतन हो जाता है।

शीघ्रपतन के लक्षण

शीघ्रपतन के लक्षण स्पष्ट होते हैं और यौन संबंधों के दौरान बार-बार सामने आते हैं। इन लक्षणों में शामिल हैं:

  • यौन उत्तेजना के तुरंत बाद स्खलन होना: यह स्खलन योनि में प्रवेश के कुछ ही सेकंड या मिनटों में हो सकता है।
  • स्खलन पर नियंत्रण की कमी: पुरुष स्खलन के समय को नियंत्रित नहीं कर पाते, जिससे वह अनचाहे समय पर हो जाता है।
  • यौन संतुष्टि की कमी: शीघ्रपतन की वजह से यौन संबंधों में संतुष्टि नहीं मिलती, जो व्यक्तिगत और रिश्तों में तनाव उत्पन्न कर सकता है।
  • यौन क्रियाओं से बचने की प्रवृत्ति: बार-बार शीघ्रपतन होने पर पुरुष यौन क्रियाओं से बचने लगते हैं, जिससे रिश्तों में और अधिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

निदान कैसे होता है शीघ्रपतन का?

शीघ्रपतन का निदान करने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञ कई तरीकों का उपयोग करते हैं:

  • चिकित्सा इतिहास: डॉक्टर आपके यौन इतिहास, स्वास्थ्य स्थिति, और मानसिक स्थिति के बारे में सवाल पूछते हैं ताकि समस्या की जड़ को समझा जा सके।
  • शारीरिक जांच: किसी भी शारीरिक समस्या, जैसे कि हार्मोनल असंतुलन या प्रोस्टेट की समस्या का पता लगाने के लिए शारीरिक जांच की जाती है।
  • मनोवैज्ञानिक आकलन: कई बार डॉक्टर मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लेने की सलाह देते हैं ताकि मानसिक और भावनात्मक कारणों का मूल्यांकन किया जा सके।

इलाज कैसे किया जा सकता है?

शीघ्रपतन के इलाज के कई तरीके हैं, जिनमें दवाएं, थेरेपी, और जीवनशैली में बदलाव शामिल हैं। यहां कुछ प्रमुख उपचार विधियाँ दी गई हैं:

1. दवाइयाँ (Medications):

  • स्थानीय संवेदनाहारी क्रीम्स या स्प्रे: ये उत्पाद यौन अंगों की संवेदनशीलता को कम करके स्खलन की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते हैं।
  • सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर्स (SSRIs): ये एंटीडिप्रेसेंट दवाएं हैं जो स्खलन की प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।

2. थेरेपी (Therapy):

  • काउंसलिंग: शीघ्रपतन का इलाज करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के साथ काउंसलिंग की जा सकती है, खासकर अगर समस्या का कारण मानसिक तनाव हो।
  • यौन थेरेपी: यौन थेरेपी में विशेषज्ञ आपको स्खलन को नियंत्रित करने के लिए विशेष तकनीकों की जानकारी देते हैं, जैसे “स्टार्ट-स्टॉप तकनीक” और “स्क्वीज़ तकनीक”।

3. जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes):

  • योग और ध्यान: मानसिक तनाव और चिंता को कम करने के लिए योग और ध्यान बहुत फायदेमंद हो सकते हैं।
  • व्यायाम: शारीरिक फिटनेस यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है।

4. व्यवहारिक तकनीकें (Behavioral Techniques):

  • स्टार्ट-स्टॉप तकनीक: यह तकनीक स्खलन से पहले यौन उत्तेजना को रोकने पर आधारित होती है। इस तकनीक का अभ्यास करके स्खलन पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
  • स्क्वीज़ तकनीक: इसमें स्खलन से ठीक पहले यौन अंगों को हल्के से दबाया जाता है ताकि स्खलन को रोका जा सके।

कैसे बचा जा सकता है?

शीघ्रपतन से बचने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए जा सकते हैं:

  • तनाव और चिंता को कम करें: तनाव और चिंता शीघ्रपतन का एक प्रमुख कारण हो सकते हैं, इसलिए मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
  • यौन स्वास्थ्य का ध्यान रखें: नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार से यौन स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है।
  • समय पर चिकित्सा परामर्श लें: अगर शीघ्रपतन एक गंभीर समस्या बन गई है, तो चिकित्सा विशेषज्ञ से समय पर परामर्श लेना महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

शीघ्रपतन एक सामान्य यौन समस्या है, लेकिन इसके प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इसका सही निदान और उपचार करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है। चाहे इसका कारण शारीरिक हो या मानसिक, शीघ्रपतन का समाधान संभव है और यौन जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है।

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