शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) एक सामान्य यौन विकार है, जिसमें पुरुष यौन क्रिया के दौरान अपेक्षा से पहले स्खलित हो जाते हैं। यह स्थिति शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से व्यक्ति के यौन जीवन और आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकती है। शीघ्रपतन के कई प्रमुख लक्षण होते हैं, जो व्यक्ति और उसके साथी के यौन संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
यहां शीघ्रपतन के मुख्य लक्षणों का वर्णन किया गया है:
1. यौन क्रिया के दौरान शीघ्र स्खलन (Rapid Ejaculation During Intercourse)
शीघ्रपतन का सबसे सामान्य और स्पष्ट लक्षण यह है कि व्यक्ति यौन क्रिया शुरू करने के कुछ ही समय के भीतर स्खलित हो जाता है। इसमें स्खलन की समय सीमा बेहद कम होती है, जो यौन क्रिया शुरू होने के लगभग 1-2 मिनट के भीतर हो सकता है। सामान्य यौन गतिविधियों में स्खलन का समय एक महत्वपूर्ण कारक होता है, और शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति इस समय पर नियंत्रण नहीं रख पाता।
2. स्खलन पर नियंत्रण की कमी (Lack of Control Over Ejaculation)
शीघ्रपतन का एक और प्रमुख लक्षण यह है कि व्यक्ति को अपने स्खलन पर नियंत्रण की कमी महसूस होती है। व्यक्ति यौन क्रिया के दौरान स्खलन प्रक्रिया को रोकने या विलंबित करने में असमर्थ होता है। इस स्थिति में व्यक्ति खुद को स्खलन के निकट महसूस करता है, लेकिन उसे नियंत्रित करने में असफल रहता है।
3. यौन संतोष की कमी (Lack of Sexual Satisfaction)
शीघ्रपतन से न केवल प्रभावित व्यक्ति, बल्कि उसके साथी को भी यौन असंतोष हो सकता है। शीघ्र स्खलन के कारण यौन क्रिया सही तरीके से पूरी नहीं हो पाती, जिससे दोनों पक्ष यौन संतोष प्राप्त नहीं कर पाते हैं। यह स्थिति व्यक्ति के यौन जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है और उसकी यौन संतुष्टि को बाधित कर सकती है।
4. यौन क्रिया के दौरान चिंता (Anxiety During Sexual Activity)
कई बार शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति यौन क्रिया के दौरान अत्यधिक चिंता या घबराहट महसूस करता है। यह चिंता इस बात से जुड़ी होती है कि कहीं वह जल्दी स्खलित न हो जाए और अपने साथी को संतुष्ट न कर पाए। इस तरह की प्रदर्शन चिंता (Performance Anxiety) से स्थिति और भी खराब हो सकती है और शीघ्रपतन का खतरा बढ़ जाता है।
5. आत्मविश्वास की कमी (Low Self-Esteem)
शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति अक्सर अपने यौन प्रदर्शन को लेकर आत्मविश्वास की कमी महसूस करता है। यौन क्रिया में बार-बार असफलता के कारण व्यक्ति खुद को कमजोर या अयोग्य समझने लगता है। यह स्थिति न केवल उसके यौन जीवन पर असर डालती है, बल्कि उसके संपूर्ण मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है।
6. पार्टनर के साथ तनाव (Relationship Stress Due to Premature Ejaculation)
शीघ्रपतन का एक और लक्षण यह है कि यह व्यक्ति और उसके साथी के बीच तनाव का कारण बन सकता है। शीघ्रपतन के कारण यौन संबंध में असंतोष उत्पन्न होता है, जिससे रिश्तों में खटास आ सकती है। पार्टनर को भी यौन क्रिया के दौरान संतुष्टि न मिलने से निराशा हो सकती है, जिससे दोनों के बीच भावनात्मक दूरी बढ़ सकती है।
7. लगातार या बार-बार शीघ्रपतन (Persistent or Recurrent Premature Ejaculation)
जब व्यक्ति को हर बार या ज्यादातर यौन क्रियाओं के दौरान शीघ्र स्खलन होता है, तो इसे लगातार या बार-बार होने वाली समस्या के रूप में देखा जाता है। अगर यह समस्या एक लंबे समय तक बनी रहती है और हर बार यौन क्रिया के दौरान स्खलन जल्दी होता है, तो यह शीघ्रपतन का स्पष्ट संकेत है।
8. यौन संबंधों में रुचि की कमी (Loss of Interest in Sexual Activity)
शीघ्रपतन की समस्या से जूझते व्यक्ति में यौन क्रिया के प्रति रुचि की कमी हो सकती है। निरंतर असफल यौन अनुभवों के कारण व्यक्ति यौन संबंधों में दिलचस्पी खो सकता है। उसे यह डर हो सकता है कि हर बार शीघ्र स्खलन होने से वह और उसका साथी यौन संतोष नहीं पा सकेंगे, जिससे वह यौन गतिविधियों से बचने की कोशिश करता है।
9. शीघ्रपतन की समस्या का विभिन्न स्थितियों में होना (Premature Ejaculation in Different Situations)
शीघ्रपतन की समस्या कभी-कभी केवल एक खास स्थिति या पार्टनर के साथ हो सकती है, जबकि कुछ मामलों में यह हर यौन क्रिया के दौरान होती है, चाहे वह किसी भी परिस्थिति में हो। अगर व्यक्ति को हर बार शीघ्र स्खलन होता है, तो यह एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इसे “प्राथमिक शीघ्रपतन” (Primary Premature Ejaculation) कहा जाता है, जो व्यक्ति के यौन जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है।
10. हस्तमैथुन के दौरान शीघ्र स्खलन (Premature Ejaculation During Masturbation)
कुछ पुरुषों में शीघ्रपतन की समस्या न केवल यौन क्रिया के दौरान, बल्कि हस्तमैथुन (Masturbation) करते समय भी हो सकती है। हस्तमैथुन के दौरान भी अगर व्यक्ति कुछ ही मिनटों में स्खलित हो जाता है और उसे अपनी उत्तेजना पर नियंत्रण करने में कठिनाई होती है, तो यह शीघ्रपतन का एक और लक्षण हो सकता है।
निष्कर्ष
शीघ्रपतन के कई लक्षण होते हैं, जिनमें यौन क्रिया के दौरान जल्दी स्खलन होना, स्खलन पर नियंत्रण की कमी, यौन संतोष में कमी, और यौन संबंधों में तनाव शामिल हैं। अगर कोई व्यक्ति इन लक्षणों का अनुभव करता है, तो उसे शीघ्रपतन की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक होता है, ताकि शीघ्रपतन के सही कारणों की पहचान की जा सके और इसका उचित इलाज किया जा सके।
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