शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) पुरुषों में एक सामान्य यौन समस्या है, जिसमें व्यक्ति यौन क्रिया के दौरान अपेक्षित समय से पहले स्खलित हो जाता है। यह समस्या यौन संतुष्टि में कमी और मानसिक तनाव का कारण बन सकती है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने शीघ्रपतन के निदान और उपचार के लिए कई प्रभावी तरीकों का विकास किया है, जो इस स्थिति को प्रबंधित करने और यौन जीवन को सुधारने में मदद कर सकते हैं।
इस लेख में हम शीघ्रपतन के कारण, निदान और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान द्वारा इसके उपचार के विभिन्न विकल्पों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
1. शीघ्रपतन के कारण (Causes of Premature Ejaculation)
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान शीघ्रपतन के कई शारीरिक और मानसिक कारणों को पहचानता है। इनमें शामिल हैं:
a. जैविक (Biological) कारण
- हार्मोनल असंतुलन: टेस्टोस्टेरोन या अन्य यौन हार्मोनों का असामान्य स्तर शीघ्रपतन का कारण बन सकता है।
- न्यूरोलॉजिकल समस्याएं: नर्व सिस्टम में गड़बड़ी या न्यूरोलॉजिकल विकार, जैसे मल्टीपल स्केलेरोसिस, शीघ्र स्खलन का कारण हो सकते हैं।
- प्रोस्टेट की समस्याएं: प्रोस्टेटाइटिस (प्रोस्टेट ग्रंथि की सूजन) या अन्य प्रॉस्टेट विकार शीघ्रपतन में योगदान कर सकते हैं।
- विरासत में मिली समस्याएं: कुछ पुरुषों में यह समस्या अनुवांशिक हो सकती है, जिसका अर्थ है कि यह पारिवारिक इतिहास से संबंधित हो सकती है।
b. मनोवैज्ञानिक (Psychological) कारण
- प्रदर्शन चिंता (Performance Anxiety): यौन क्रिया के दौरान चिंता या घबराहट से शीघ्र स्खलन हो सकता है।
- अवसाद और तनाव: मानसिक तनाव और अवसाद का यौन जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे शीघ्रपतन हो सकता है।
- रिश्तों में तनाव: पार्टनर के साथ रिश्तों में तनाव या असंतोष भी शीघ्रपतन का कारण बन सकता है।
2. शीघ्रपतन का निदान (Diagnosis of Premature Ejaculation)
शीघ्रपतन का निदान आमतौर पर व्यक्ति के लक्षणों और चिकित्सा इतिहास के आधार पर किया जाता है। निदान की प्रक्रिया में निम्नलिखित शामिल होते हैं:
a. चिकित्सा इतिहास (Medical History)
डॉक्टर रोगी के यौन जीवन, स्खलन के समय, और इससे संबंधित मानसिक या शारीरिक समस्याओं के बारे में जानकारी लेते हैं। इस दौरान डॉक्टर यह जानने की कोशिश करते हैं कि शीघ्रपतन कितने समय से हो रहा है और इसका प्रभाव क्या है।
b. शारीरिक परीक्षण (Physical Examination)
शारीरिक परीक्षण के माध्यम से डॉक्टर यह सुनिश्चित करते हैं कि शीघ्रपतन का कारण कोई शारीरिक समस्या तो नहीं है, जैसे प्रॉस्टेट या नर्व सिस्टम में कोई विकार।
c. प्रयोगशाला परीक्षण (Lab Tests)
अगर डॉक्टर को हार्मोनल असंतुलन या संक्रमण का संदेह होता है, तो वे रक्त परीक्षण या अन्य लैब टेस्ट की सिफारिश कर सकते हैं। ये टेस्ट यह सुनिश्चित करने के लिए किए जाते हैं कि शीघ्रपतन का कोई जैविक कारण हो सकता है।
3. शीघ्रपतन का आधुनिक चिकित्सा विज्ञान द्वारा उपचार (Modern Medical Treatments for Premature Ejaculation)
शीघ्रपतन के इलाज के लिए आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में कई विकल्प उपलब्ध हैं, जो शारीरिक और मानसिक कारणों को लक्षित करते हैं। इनमें दवाएं, काउंसलिंग, और व्यवहारिक तकनीकें शामिल हैं।
a. दवाएं (Medications)
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में शीघ्रपतन के इलाज के लिए कई दवाओं का उपयोग किया जाता है। ये दवाएं स्खलन प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मदद करती हैं और व्यक्ति को अधिक समय तक यौन क्रिया में शामिल होने की क्षमता प्रदान करती हैं।
- SSRI (Selective Serotonin Reuptake Inhibitors):
SSRI दवाओं का मुख्य रूप से अवसाद के इलाज में उपयोग किया जाता है, लेकिन यह शीघ्रपतन के इलाज में भी कारगर मानी जाती हैं। ये दवाएं स्खलन की प्रक्रिया को धीमा करती हैं और यौन क्रिया का समय बढ़ाने में मदद करती हैं। डापॉक्सेटीन (Dapoxetine) एक सामान्य SSRI है, जिसे शीघ्रपतन के इलाज के लिए विशेष रूप से विकसित किया गया है। - स्थानीय सुन्न करने वाली क्रीम या स्प्रे (Topical Anesthetic Creams or Sprays):
शीघ्रपतन को नियंत्रित करने के लिए लिडोकेन (Lidocaine) और प्रिलोकैन (Prilocaine) जैसी सुन्न करने वाली क्रीम या स्प्रे का उपयोग किया जा सकता है। ये क्रीम लिंग की सतह पर लगाई जाती हैं, जिससे संवेदनशीलता कम हो जाती है और स्खलन में देरी होती है। - Phosphodiesterase-5 Inhibitors (PDE5 Inhibitors):
यह दवाएं, जैसे सिल्डेनाफिल (Sildenafil) और टैडालाफिल (Tadalafil), मुख्य रूप से इरेक्टाइल डिसफंक्शन (erectile dysfunction) के इलाज के लिए उपयोग की जाती हैं, लेकिन यह शीघ्रपतन में भी मदद कर सकती हैं। ये दवाएं रक्त प्रवाह को बेहतर बनाकर यौन क्रिया के समय को बढ़ाती हैं।
b. यौन चिकित्सा और काउंसलिंग (Sex Therapy and Counseling)
शीघ्रपतन के मानसिक कारणों, जैसे प्रदर्शन चिंता, तनाव, और अवसाद को दूर करने के लिए यौन चिकित्सा और काउंसलिंग एक प्रभावी विकल्प हो सकता है। यौन चिकित्सक (Sex Therapist) यौन क्रिया के दौरान व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक कारकों पर ध्यान केंद्रित करते हैं और उन्हें प्रबंधित करने के लिए तकनीकें सिखाते हैं।
- कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (Cognitive Behavioral Therapy – CBT):
CBT का उपयोग प्रदर्शन चिंता और अवसाद जैसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार करने के लिए किया जाता है। यह व्यक्ति को नकारात्मक सोच को बदलने और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने में मदद करता है, जिससे शीघ्रपतन की समस्या को दूर किया जा सकता है। - रिश्तों की काउंसलिंग (Couple’s Therapy):
अगर शीघ्रपतन का कारण रिश्तों में तनाव है, तो कपल्स काउंसलिंग एक कारगर तरीका हो सकता है। यह पार्टनर्स के बीच बेहतर संचार को प्रोत्साहित करता है और उनके यौन संबंधों को सुधारने में मदद करता है।
c. व्यवहारिक तकनीकें (Behavioral Techniques)
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान शीघ्रपतन को रोकने के लिए कई व्यवहारिक तकनीकों का सुझाव देता है। ये तकनीकें व्यक्ति को यौन क्रिया के दौरान स्खलन पर बेहतर नियंत्रण पाने में मदद करती हैं।
- स्टॉप-स्टार्ट तकनीक (Stop-Start Technique):
इस तकनीक में, व्यक्ति यौन क्रिया के दौरान जब स्खलन के करीब होता है, तो वह क्रिया को रोक देता है और उत्तेजना के स्तर को कम करने के लिए कुछ समय तक प्रतीक्षा करता है। यह प्रक्रिया बार-बार करने से व्यक्ति स्खलन पर बेहतर नियंत्रण पा सकता है। - स्क्वीज़ तकनीक (Squeeze Technique):
इस तकनीक में, जब व्यक्ति को स्खलन का अनुभव होता है, तो वह लिंग के सिरे को हल्के से दबाता है। इससे स्खलन की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और समय बढ़ जाता है।
d. जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes)
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के अनुसार, जीवनशैली में बदलाव करना भी शीघ्रपतन के इलाज में सहायक हो सकता है। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- व्यायाम और योग: नियमित व्यायाम और योग से शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है और तनाव कम होता है, जिससे यौन स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- धूम्रपान और शराब का सेवन छोड़ना: धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन यौन शक्ति को कमजोर कर सकता है, इसलिए इन्हें छोड़ना फायदेमंद हो सकता है।
- संतुलित आहार: स्वस्थ आहार, जिसमें ताजे फल, सब्जियां, नट्स और प्रोटीन शामिल हो, यौन शक्ति और सहनशक्ति को बढ़ा सकता है।
निष्कर्ष
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने शीघ्रपतन के निदान और उपचार के लिए कई प्रभावी तरीके विकसित किए हैं, जिनमें दवाएं, काउंसलिंग, व्यवहारिक तकनीकें, और जीवनशैली में बदलाव शामिल हैं
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