शीघ्रपतन

शीघ्रपतन की रोकथाम: मानसिक, शारीरिक, और आयुर्वेदिक उपाय

शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) एक सामान्य यौन समस्या है, लेकिन इसे रोका जा सकता है या इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। शीघ्रपतन की रोकथाम के लिए कई उपाय और तकनीकें उपलब्ध हैं जो शारीरिक, मानसिक, और जीवनशैली में परिवर्तन से जुड़ी होती हैं। यहां शीघ्रपतन से बचने और इसे प्रबंधित करने के कुछ प्रमुख उपाय दिए जा रहे हैं:

शीघ्रपतन की रोकथाम

1. तनाव और चिंता का प्रबंधन

तनाव और चिंता शीघ्रपतन के मुख्य कारणों में से एक हैं। इसे रोकने के लिए निम्नलिखित तरीकों का सहारा लिया जा सकता है:

  • ध्यान और योग: मानसिक शांति के लिए नियमित रूप से ध्यान और योग का अभ्यास करें। यह न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारेगा, बल्कि यौन क्रिया के दौरान आत्म-नियंत्रण को भी बढ़ाएगा।
  • श्वास तकनीक: गहरी सांस लेने की तकनीक (deep breathing exercises) अपनाएं, जिससे तनाव कम हो और आप यौन क्रिया के दौरान अधिक नियंत्रित महसूस करें।

2. बेहतर कम्युनिकेशन

अपने साथी के साथ खुलकर संवाद करें। यौन समस्याओं के बारे में बात करने से मानसिक बोझ कम होता है और दोनों पार्टनर के बीच समझ बढ़ती है, जो शीघ्रपतन की संभावना को कम करती है।

3. समय-आधारित तकनीक (टाइमिंग तकनीक)

शीघ्रपतन रोकने के लिए कुछ विशेष तकनीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है:

  • स्टार्ट-स्टॉप तकनीक: जब आप महसूस करें कि स्खलन करीब है, तो यौन गतिविधि को रोकें, गहरी सांस लें और फिर कुछ सेकंड बाद फिर से शुरू करें। यह आपकी सहनशक्ति को बढ़ाने में मदद करता है।
  • स्क्वीज़ तकनीक: जब आप स्खलन के करीब हों, तो अपने लिंग के निचले हिस्से को धीरे से दबाएं। इससे उत्तेजना थोड़ी कम हो जाएगी और आप स्खलन को नियंत्रित कर सकेंगे।

4. शारीरिक फिटनेस और जीवनशैली में सुधार

अच्छी शारीरिक सेहत का सीधा संबंध आपके यौन स्वास्थ्य से होता है:

  • नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से शारीरिक ताकत बढ़ती है और रक्त संचार में सुधार होता है, जो यौन शक्ति को बढ़ाता है।
  • स्वस्थ आहार: संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें। जिंक, मैग्नीशियम, और विटामिन-बी6 यौन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।
  • धूम्रपान और शराब से बचें: अधिक धूम्रपान और शराब के सेवन से यौन क्रिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इन्हें कम करने या छोड़ने से यौन क्षमता में सुधार हो सकता है।

5. स्खलन से पहले उत्तेजना को नियंत्रित करना

  • मास्टरबेशन तकनीक: शीघ्रपतन की रोकथाम के लिए यह एक प्रभावी तकनीक हो सकती है। नियमित मास्टरबेशन से आप अपने शरीर को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और उत्तेजना को नियंत्रित करना सीख सकते हैं।

6. फिटनेस और पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज

पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करना शीघ्रपतन की रोकथाम में मददगार हो सकता है। केगल एक्सरसाइज इस दिशा में बेहद प्रभावी मानी जाती है:

  • केगल एक्सरसाइज: पेल्विक मसल्स को मजबूत करने के लिए प्रतिदिन केगल एक्सरसाइज करें। यह स्खलन के दौरान मांसपेशियों के नियंत्रण में सुधार करता है।

7. औषधीय उपचार और आयुर्वेदिक उपाय

  • आयुर्वेदिक उपचार: अश्वगंधा, शिलाजीत, और कामरथ जैसे आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स का सेवन शीघ्रपतन की रोकथाम में सहायक हो सकता है। ये जड़ी-बूटियां शरीर में ऊर्जा और यौन शक्ति को बढ़ाने में मदद करती हैं।
  • दवा: शीघ्रपतन की रोकथाम के लिए डॉक्टर से परामर्श लेकर उचित दवाएं भी ली जा सकती हैं। हालांकि, इसे सिर्फ मेडिकल परामर्श के बाद ही लिया जाना चाहिए।

8. मनोवैज्ञानिक परामर्श (Sex Therapy)

अगर शीघ्रपतन का कारण मानसिक या भावनात्मक है, तो सेक्स थेरेपी या काउंसलिंग से मदद मिल सकती है। एक अनुभवी मनोचिकित्सक से परामर्श लेकर आप अपने मानसिक तनाव को दूर कर सकते हैं और यौन क्रिया में सुधार कर सकते हैं।

9. उत्तेजना को सही तरीके से नियंत्रित करें

शीघ्रपतन की रोकथाम के लिए खुद को यौन उत्तेजना के दौरान नियंत्रित करना बेहद जरूरी है। इसके लिए निम्नलिखित उपाय मददगार साबित हो सकते हैं:

  • प्रिलिमिनरी फोरप्ले: शीघ्र स्खलन से बचने के लिए फोरप्ले पर अधिक ध्यान दें। इससे आपकी उत्तेजना धीरे-धीरे बढ़ेगी और आप स्खलन को बेहतर तरीके से नियंत्रित कर सकेंगे।
  • अवधान और जागरूकता: यौन क्रिया के दौरान अपने शरीर और भावनाओं के प्रति जागरूक रहें। जब आप स्खलन के करीब हों, तो ध्यान केंद्रित करके अपनी उत्तेजना को नियंत्रित करें।

10. दवाओं और क्रीम्स का उपयोग

  • कुछ दवाएं और क्रीम्स स्खलन को विलंबित करने के लिए उपयोग की जा सकती हैं। हालांकि, इनका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करें, ताकि इनके संभावित दुष्प्रभावों से बचा जा सके।

निष्कर्ष

शीघ्रपतन एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे नियमित अभ्यास, शारीरिक और मानसिक बदलाव, और उचित चिकित्सा की मदद से रोका जा सकता है। सही जीवनशैली, मानसिक शांति और यौन स्वास्थ्य पर ध्यान देकर इस समस्या से बचाव संभव है।

इस तरह से और आर्टिकल पढ़ने के लिए क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *