शीघ्रपतन

शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति को कितनी बार यौन संबंध बनाना चाहिए?

शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) एक आम यौन समस्या है जो कई पुरुषों को प्रभावित करती है। इस स्थिति में व्यक्ति यौन क्रिया के दौरान अपेक्षा से पहले ही स्खलित हो जाता है, जिससे उसकी यौन संतुष्टि और आत्मविश्वास प्रभावित हो सकता है। शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति अक्सर इस सवाल से जूझते हैं कि उन्हें कितनी बार यौन संबंध बनाने चाहिए। इस लेख में हम इस महत्वपूर्ण प्रश्न का उत्तर देंगे, साथ ही शीघ्रपतन से निपटने के उपाय, इसके संभावित कारण और इससे संबंधित कुछ सामान्य मिथकों पर भी चर्चा करेंगे।

शीघ्रपतन
शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति को कितनी बार यौन संबंध बनाना चाहिए

शीघ्रपतन और यौन संबंधों की आवृत्ति: सामान्य समझ

यह समझना महत्वपूर्ण है कि यौन संबंधों की सही संख्या किसी भी व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत होती है और यह उसकी शारीरिक और मानसिक स्थिति, उसकी पार्टनर के साथ तालमेल और उसकी व्यक्तिगत इच्छाओं पर निर्भर करती है। शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति के लिए यौन संबंधों की सही संख्या का कोई “एक आकार सबके लिए फिट” नियम नहीं है। फिर भी, कुछ सामान्य सिद्धांत और सुझाव इस बारे में दिए जा सकते हैं कि शीघ्रपतन की समस्या से निपटते हुए यौन संबंधों की आवृत्ति कितनी होनी चाहिए।

1. अपने शरीर और स्थिति को समझें

अगर आप शीघ्रपतन से पीड़ित हैं, तो आपको सबसे पहले अपने शरीर और स्थिति को समझना चाहिए। यौन संबंध बनाने की संख्या उतनी महत्वपूर्ण नहीं होती जितना कि यह समझना कि आपका शरीर किस हद तक यौन क्रिया के लिए तैयार है। कई मामलों में, अधिक बार यौन संबंध बनाने से शीघ्रपतन की समस्या का हल निकल सकता है, क्योंकि नियमित अभ्यास से स्खलन पर बेहतर नियंत्रण पाया जा सकता है।

2. धीरे-धीरे आवृत्ति बढ़ाएं

अगर शीघ्रपतन आपकी नियमित यौन गतिविधि में बाधा डाल रहा है, तो शुरुआत में यौन संबंधों की आवृत्ति कम रखें। जैसे-जैसे आप अपनी स्थिति को बेहतर तरीके से समझते हैं और समाधान की ओर बढ़ते हैं, आप धीरे-धीरे यौन संबंधों की संख्या बढ़ा सकते हैं। यह सुनिश्चित करेगा कि आप स्खलन पर बेहतर नियंत्रण पा सकें और यौन क्रिया का अधिक आनंद उठा सकें।

3. क्वालिटी पर ध्यान दें, न कि क्वांटिटी पर

शीघ्रपतन से निपटने में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप यौन क्रिया के दौरान स्खलन पर नियंत्रण कैसे पाते हैं। इसमें क्वालिटी (यौन संतुष्टि) पर ध्यान देना आवश्यक है, न कि केवल यौन संबंध बनाने की संख्या पर। कुछ जोड़ों के लिए सप्ताह में एक या दो बार यौन संबंध बनाना पर्याप्त हो सकता है, जबकि अन्य के लिए अधिक या कम बार उचित हो सकता है।

4. ओवरस्टिमुलेशन से बचें

अधिक यौन क्रिया से कभी-कभी व्यक्ति जल्दी स्खलन की समस्या का शिकार हो सकता है। यह सुनिश्चित करें कि यौन संबंध बनाते समय तनाव न हो और यौन क्रिया को आनंददायक और रिलैक्स्ड रखा जाए। जब व्यक्ति मानसिक या शारीरिक रूप से थका हुआ होता है, तो शीघ्रपतन की संभावना बढ़ जाती है।

5. पार्टनर के साथ खुलकर संवाद करें

शीघ्रपतन एक ऐसी समस्या है, जो आपके और आपके साथी के बीच संवाद की कमी से और भी जटिल हो सकती है। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने साथी के साथ खुलकर बात करें और इस समस्या का मिलकर सामना करें। इससे न केवल मानसिक तनाव कम होगा, बल्कि आपके यौन संबंधों में भी सुधार होगा।

शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति को कितनी बार यौन संबंध बनाना चाहिए
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शीघ्रपतन से निपटने के उपाय

अगर आप शीघ्रपतन से पीड़ित हैं, तो केवल यौन संबंधों की आवृत्ति को ध्यान में रखना ही पर्याप्त नहीं है। इसके साथ-साथ कुछ विशेष उपाय भी अपनाए जा सकते हैं, जो आपकी स्थिति को बेहतर कर सकते हैं।

1. मनोवैज्ञानिक परामर्श लें

शीघ्रपतन के कई मामले मानसिक तनाव और प्रदर्शन की चिंता के कारण होते हैं। अगर यह समस्या आपको लंबे समय से परेशान कर रही है, तो एक सेक्स थेरेपिस्ट या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लेना फायदेमंद हो सकता है। थेरेपी के माध्यम से तनाव को कम किया जा सकता है और यौन क्रिया के दौरान बेहतर नियंत्रण पाया जा सकता है।

2. योग और ध्यान का अभ्यास करें

मानसिक शांति और शारीरिक संतुलन के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करना शीघ्रपतन के उपचार में सहायक हो सकता है। यह न केवल मानसिक तनाव को कम करता है, बल्कि यौन क्रिया के दौरान आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है।

3. पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Kegel Exercises)

पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों की कसरत करने से व्यक्ति स्खलन पर बेहतर नियंत्रण पा सकता है। नियमित Kegel एक्सरसाइज करने से शीघ्रपतन की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

4. सही तकनीकों का उपयोग करें

यौन क्रिया के दौरान ‘स्टॉप-स्टार्ट’ और ‘स्क्वीज़’ जैसी तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है, जो स्खलन पर नियंत्रण पाने में मदद करती हैं। ये तकनीक शीघ्रपतन की स्थिति में लाभकारी साबित हो सकती हैं।

5. समय पर चिकित्सा परामर्श लें

अगर घरेलू उपाय या थेरेपी कारगर नहीं होती हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। शीघ्रपतन के लिए दवाइयां उपलब्ध हैं, जो स्खलन की प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं।

शीघ्रपतन के लिए यौन संबंधों की सही संख्या

शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति के लिए यौन संबंधों की सही संख्या इस बात पर निर्भर करती है कि वे अपनी स्थिति को किस हद तक नियंत्रित कर पा रहे हैं। कुछ लोगों के लिए सप्ताह में 2-3 बार यौन संबंध बनाना उपयुक्त हो सकता है, जबकि अन्य के लिए यह संख्या अधिक या कम हो सकती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपनी स्थिति के अनुसार अपने यौन संबंधों की आवृत्ति को तय करें और अपने साथी के साथ खुलकर संवाद करें।

FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या शीघ्रपतन के कारण यौन संबंधों की संख्या कम होनी चाहिए?

शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति को यौन संबंधों की संख्या अपनी शारीरिक और मानसिक स्थिति के अनुसार तय करनी चाहिए। शुरुआत में कम आवृत्ति रखना बेहतर हो सकता है, फिर धीरे-धीरे आवृत्ति बढ़ाई जा सकती है।

2. क्या अधिक यौन संबंध बनाने से शीघ्रपतन ठीक हो सकता है?

अधिक बार यौन संबंध बनाने से शीघ्रपतन में सुधार हो सकता है, क्योंकि व्यक्ति स्खलन पर बेहतर नियंत्रण प्राप्त कर सकता है। हालांकि, यह व्यक्ति की स्थिति पर निर्भर करता है।

3. क्या शीघ्रपतन के इलाज के लिए दवाइयां कारगर होती हैं?

हां, शीघ्रपतन के इलाज के लिए कई दवाइयां उपलब्ध हैं, जो स्खलन को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। डॉक्टर की सलाह पर इनका उपयोग किया जा सकता है।

4. क्या योग और ध्यान शीघ्रपतन की समस्या में मदद कर सकते हैं?

हां, योग और ध्यान मानसिक शांति और आत्मविश्वास प्रदान करने में मदद करते हैं, जिससे शीघ्रपतन की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

5. क्या शीघ्रपतन एक गंभीर समस्या है?

शीघ्रपतन यौन संतुष्टि और आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकता है, लेकिन यह जीवन के लिए खतरा नहीं है। सही उपचार और उपाय से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

6. क्या शीघ्रपतन के लिए मनोवैज्ञानिक उपचार सहायक होता है?

हां, अगर शीघ्रपतन मानसिक तनाव या प्रदर्शन की चिंता के कारण हो रहा है, तो मनोवैज्ञानिक परामर्श और थेरेपी प्रभावी हो सकती है।


निष्कर्ष:
शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति को यौन संबंधों की आवृत्ति अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के आधार पर तय करनी चाहिए। सही तकनीकों, चिकित्सीय सलाह, और मानसिक शांति के साथ इस समस्या का समाधान संभव है। यौन संबंध बनाने की संख्या से अधिक, यह जरूरी है कि आप और आपका साथी इस समस्या का मिलकर सामना करें और समाधान की दिशा में कदम बढ़ाएं।

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