शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) एक सामान्य यौन समस्या है, जिसका सामना कई पुरुष करते हैं। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब पुरुष यौन क्रिया के दौरान अपेक्षा से पहले स्खलित हो जाते हैं, जिससे यौन संतुष्टि नहीं हो पाती। इस समस्या से निपटने के लिए कई तरह की दवाइयाँ उपलब्ध हैं, जो शीघ्रपतन को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। हालांकि, इन दवाइयों का उपयोग केवल चिकित्सकीय परामर्श के बाद ही किया जाना चाहिए। शीघ्रपतन रोकने की दवाइयाँ.
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शीघ्रपतन रोकने की सामान्य दवाइयाँ
शीघ्रपतन के इलाज के लिए मुख्य रूप से एंटीडिप्रेसेंट्स, लोकल एनेस्थेटिक्स और कुछ अन्य प्रकार की दवाओं का उपयोग किया जाता है। ये दवाइयाँ स्खलन को नियंत्रित करने में मदद करती हैं और यौन संतुष्टि को बढ़ाती हैं। यहाँ कुछ प्रमुख दवाइयों का विवरण दिया गया है:
1. डापोक्सेटिन (Dapoxetine)
डापोक्सेटिन एक सबसे सामान्य रूप से इस्तेमाल की जाने वाली दवा है, जिसे शीघ्रपतन के इलाज के लिए निर्धारित किया जाता है। यह एक प्रकार की एंटीडिप्रेसेंट है, जिसे ‘सेरोटोनिन री-अपटेक इनहिबिटर’ (SSRI) कहा जाता है। डापोक्सेटिन स्खलन को देर करने में मदद करता है और इसे यौन क्रिया के कुछ समय पहले लिया जाता है।
उपयोग और सावधानियाँ:
- डापोक्सेटिन को चिकित्सक द्वारा निर्धारित खुराक के अनुसार ही लिया जाना चाहिए।
- इसे यौन क्रिया से 1-3 घंटे पहले लिया जाता है।
- यह दवा अल्पकालिक उपयोग के लिए होती है, और इसके दुष्प्रभावों में सिरदर्द, चक्कर आना, और मतली शामिल हो सकते हैं।
2. एसएसआरआई (Selective Serotonin Reuptake Inhibitors)
अन्य एंटीडिप्रेसेंट्स जैसे फ्लुओक्सेटीन (Fluoxetine), पैरॉक्सेटीन (Paroxetine), और सेरट्रालीन (Sertraline) का भी शीघ्रपतन के इलाज में उपयोग किया जाता है। यह दवाइयाँ सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाकर स्खलन की प्रक्रिया को नियंत्रित करती हैं।
उपयोग और सावधानियाँ:
- इन दवाओं को नियमित रूप से लेने की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि यह लंबी अवधि के लिए काम करती हैं।
- दुष्प्रभावों में वजन बढ़ना, सेक्स ड्राइव में कमी, और नींद संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।
- एसएसआरआई का उपयोग केवल चिकित्सकीय परामर्श के बाद ही किया जाना चाहिए।
3. लोकल एनेस्थेटिक क्रीम्स और स्प्रे
शीघ्रपतन को नियंत्रित करने के लिए कुछ स्थानीय एनेस्थेटिक्स का उपयोग भी किया जाता है। लिडोकेन (Lidocaine) और प्रिलोकाइन (Prilocaine) युक्त क्रीम और स्प्रे लिंग की संवेदनशीलता को कम करने में सहायक होते हैं, जिससे स्खलन में देरी होती है।
उपयोग और सावधानियाँ:
- इन क्रीम्स और स्प्रे को यौन क्रिया से पहले लिंग पर लगाया जाता है।
- इनका उपयोग ध्यान से करना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में उपयोग से संपूर्ण संवेदनशीलता समाप्त हो सकती है।
- सेक्स से पहले इनको धोना आवश्यक हो सकता है ताकि ये साथी को प्रभावित न करें।
4. ट्रामाडोल (Tramadol)
ट्रामाडोल एक दर्द निवारक दवा है, जिसे कभी-कभी शीघ्रपतन के इलाज में भी उपयोग किया जाता है। यह स्खलन की प्रक्रिया को धीमा करने में सहायक हो सकता है। हालांकि, इसे मुख्य रूप से दर्द निवारक के रूप में उपयोग किया जाता है, इसलिए इसका सेवन केवल चिकित्सकीय सलाह पर ही किया जाना चाहिए।
उपयोग और सावधानियाँ:
- ट्रामाडोल के दुष्प्रभावों में मतली, चक्कर आना, और कब्ज जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
- इस दवा का लंबे समय तक उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आदत बन सकती है।
दवाइयों का उपयोग कब करें?
दवाइयों का उपयोग तभी किया जाना चाहिए जब अन्य प्राकृतिक उपाय और तकनीकें शीघ्रपतन को नियंत्रित करने में कारगर साबित न हों। हालांकि, हर व्यक्ति के लिए ये दवाएँ उपयुक्त नहीं होतीं। कुछ पुरुषों को इनके दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है, और इसीलिए किसी भी प्रकार की दवा का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए। शीघ्रपतन रोकने की दवाइयाँ.
दवाइयों के बिना शीघ्रपतन के इलाज के तरीके
दवाइयों के अलावा, शीघ्रपतन को नियंत्रित करने के लिए कुछ प्राकृतिक और व्यवहारिक उपाय भी हैं। इनमें ‘स्टॉप-स्टार्ट’ तकनीक, ‘स्क्वीज़’ तकनीक, ध्यान, योग, और पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज शामिल हैं। इन उपायों का नियमित अभ्यास करके शीघ्रपतन की समस्या को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है।
पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (केगल्स)
केगल एक्सरसाइज से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत किया जा सकता है, जिससे स्खलन पर नियंत्रण में सुधार होता है। यह व्यायाम पुरुषों को स्खलन को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और इसे दवाइयों के बिना भी किया जा सकता है।
स्टॉप-स्टार्ट तकनीक और स्क्वीज़ तकनीक
ये तकनीकें यौन क्रिया के दौरान स्खलन को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। इसमें यौन उत्तेजना के समय रुक जाना और फिर थोड़ी देर बाद पुनः शुरू करना शामिल है। इस तरह की तकनीकें मानसिक और शारीरिक नियंत्रण को बढ़ाती हैं।
निष्कर्ष
शीघ्रपतन के इलाज के लिए कई प्रकार की दवाइयाँ उपलब्ध हैं, जो स्खलन की प्रक्रिया को नियंत्रित करने में सहायक होती हैं। हालांकि, इन दवाओं का उपयोग हमेशा डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही किया जाना चाहिए, क्योंकि इनके दुष्प्रभाव हो सकते हैं और हर व्यक्ति पर इनका प्रभाव अलग हो सकता है। दवाइयों के अलावा, व्यवहारिक तकनीकें और व्यायाम भी शीघ्रपतन को नियंत्रित करने में मददगार हो सकते हैं। सही उपचार और ध्यानपूर्वक अपनाए गए उपाय इस समस्या से निपटने में सहायक हो सकते हैं और यौन जीवन को संतुलित व संतोषजनक बना सकते हैं।