शीघ्रपतन

शीघ्रपतन के शारीरिक कारण

शीघ्रपतन एक सामान्य यौन समस्या है, जिसका शारीरिक और मानसिक दोनों कारण हो सकते हैं। शारीरिक (Physical) कारणों को पहचानना और उनका उपचार करना आवश्यक है, ताकि इस समस्या का प्रभावी समाधान हो सके। नीचे शीघ्रपतन के मुख्य शारीरिक कारणों का वर्णन किया गया है:

shirgraptan
shirgraptan

1. हार्मोनल असंतुलन

हार्मोनल असंतुलन, विशेष रूप से टेस्टोस्टेरोन के निम्न स्तर, शीघ्रपतन का कारण बन सकते हैं। टेस्टोस्टेरोन पुरुषों में यौन शक्ति और उत्तेजना के लिए एक महत्वपूर्ण हार्मोन है। यदि शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर असामान्य रूप से कम होता है, तो यह यौन क्रिया के समय पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है और शीघ्रपतन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

2. प्रॉस्टेट से जुड़ी समस्याएं

प्रॉस्टेट ग्रंथि से संबंधित समस्याएं, जैसे कि प्रोस्टेटाइटिस (प्रोस्टेट की सूजन) या अन्य प्रॉस्टेट विकार, शीघ्रपतन का कारण बन सकते हैं। प्रॉस्टेट ग्रंथि यौन स्वास्थ्य और स्खलन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जब इस ग्रंथि में कोई संक्रमण या विकार होता है, तो इससे स्खलन प्रक्रिया असामान्य हो सकती है और शीघ्रपतन की समस्या हो सकती है।

3. न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर

नर्वस सिस्टम की समस्याएं, जैसे कि मल्टीपल स्केलेरोसिस या पार्किंसन रोग, शीघ्रपतन का कारण बन सकती हैं। ये विकार नर्वस सिस्टम को प्रभावित करते हैं, जिससे मस्तिष्क और शरीर के बीच संचार में बाधा आती है। इसका परिणाम यह होता है कि व्यक्ति अपनी यौन उत्तेजना को नियंत्रित नहीं कर पाता और शीघ्र स्खलन हो जाता है।

4. थायरॉयड समस्याएं

थायरॉयड ग्रंथि के कार्य में गड़बड़ी भी शीघ्रपतन का कारण हो सकती है। हाइपरथायरायडिज्म (थायरॉयड हार्मोन का अधिक स्राव) से यौन क्रिया में असंतुलन उत्पन्न हो सकता है। यह स्थिति स्खलन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है और शीघ्रपतन की समस्या को बढ़ा सकती है।

5. मधुमेह (Diabetes)

मधुमेह का यौन स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। डायबिटीज के कारण शरीर की नर्व्स और रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे लिंग में संवेदनशीलता कम हो जाती है। इससे यौन क्रिया में असंतुलन पैदा होता है, और स्खलन की प्रक्रिया अनियंत्रित हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप शीघ्रपतन हो सकता है।

6. रक्तचाप की समस्याएं

उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन भी शीघ्रपतन का एक शारीरिक कारण हो सकता है। जब रक्तचाप असामान्य रूप से उच्च होता है, तो इससे शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त संचार प्रभावित होता है, जिसमें लिंग भी शामिल है। इसका परिणाम यह हो सकता है कि यौन उत्तेजना और स्खलन पर नियंत्रण कम हो जाए और शीघ्र स्खलन हो।

7. मोटापा और शारीरिक फिटनेस की कमी

मोटापा और शारीरिक अस्वस्थता शीघ्रपतन में योगदान कर सकती है। मोटापा यौन स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, क्योंकि यह शरीर में रक्त संचार को धीमा कर देता है और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर सकता है। साथ ही, शारीरिक फिटनेस की कमी से सहनशक्ति और यौन प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जो शीघ्रपतन का कारण बन सकता है।

8. दवाओं के साइड इफेक्ट्स

कुछ दवाएं, विशेष रूप से एंटीडिप्रेसेंट्स, एंटीहाइपरटेंशन दवाएं, या अन्य मानसिक विकारों के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं, शीघ्रपतन का कारण बन सकती हैं। ये दवाएं नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे यौन उत्तेजना और स्खलन की प्रक्रिया में असंतुलन हो सकता है।

9. शारीरिक चोट

अगर लिंग, प्रॉस्टेट, या पेल्विक एरिया में कोई चोट या सर्जरी हुई हो, तो इससे नर्व्स और मांसपेशियों पर असर पड़ सकता है, जो स्खलन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। शारीरिक चोट से हुए ये प्रभाव शीघ्रपतन का कारण बन सकते हैं।

10. संक्रमण और यौन संचारित रोग (STDs)

कुछ यौन संचारित रोग, जैसे कि क्लैमाइडिया या गोनोरिया, लिंग और प्रॉस्टेट में संक्रमण का कारण बन सकते हैं। ये संक्रमण स्खलन प्रक्रिया में गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं और शीघ्रपतन का कारण बन सकते हैं। संक्रमण का इलाज करने से इस समस्या का समाधान संभव हो सकता है।


निष्कर्ष

शीघ्रपतन के शारीरिक कारणों की पहचान और उनका सही उपचार समस्या को हल करने में मदद कर सकता है। यदि किसी व्यक्ति को शारीरिक कारणों से शीघ्रपतन की समस्या हो रही है, तो उन्हें चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए ताकि सही निदान और उपचार किया जा सके।

इस तरह से और आर्टिकल पढ़ने के लिए क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *